Wednesday, September 26, 2012

जिज्ञासा(JIGYASA) : डॉ. भगवान दास

जिज्ञासा(JIGYASA) : डॉ. भगवान दास: डॉ. भगवान दास ने 'काशी हिन्दू विद्यापीठ' की स्थापना में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया और 'सैंट्रल हिन्दू कॉलेज' का उसमें विलय कर दिया। डॉ. भगवान...

Saturday, September 22, 2012

जिज्ञासा(JIGYASA) : राष्ट्रीय युवा दिवस

जिज्ञासा(JIGYASA) : राष्ट्रीय युवा दिवस: स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।(जन्म- 12 जनवरी, 1863)विवेकानंद ने 1897 में कलकत्ता में राम...

Thursday, September 20, 2012

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2011 के इतिहास का प्रथम प्रश्न-पत्र


इतिहास
प्रश्न-पत्र I
समय : तीन घण्टे                                                              पूर्णांक : 300

अनुदेश

प्रत्येक प्रश्न हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में छपा है. प्रश्नों के उत्तर उसी माध्यम में लिखे जाने चाहिए. जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख उत्तर-पुस्तक के मुख-पृष्ठ पर अंकित निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए. प्रवेश-पत्र पर उल्लिखित माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे.
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं. बाकी प्रश्नों में से प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए.
प्रत्येक प्रश्न के लिए नियत अंक प्रश्न के अन्त में दिए गए हैं. उत्तर संक्षिप्त और सटीक होने चाहिए.
एक रूपरेखा मानचित्र इस प्रश्न पत्र के साथ प्रश्न संख्या 1 के उत्तर के लिए संलग्न है. यह नक्शा सावधानीपूर्वक प्रश्न पत्र से अलग कर लें और अभ्यर्थी इसे सावधानीपूर्वक उत्तर-पुस्तिका से बाँध दें.

खण्ड-क

1. दिए हुए मानचित्र में निम्न स्थानों को भरते हुए उन पर लघु टिप्पणियां लिखिए :       3x20=60
(i) चिरांद
(ii) कारगिल
(iii) बसोहली
(iv) ललितगिरि
(v) मांडु
(vi) पेनुकोंडा
(vii) समूगढ़
(viii) विलिनम
(ix) सिगिरिया
(x) विक्रमशिला
(xi) मुखलिंगम
(xii) हलेबिड
(xiii) संघोल
(xiv) कुम्भारिया
(xv) सिरपुर
(xvi) पानगुंडारिया
(xvii) अमरकंटक
(xviii) किब्बनहल्ली
(xix) जोर्वे
(xx) बदायूं

2. तीसरी सहस्त्राब्दी बी.सी.ई. से छठी शताब्दी बी.सी.ई. के मध्य नगरीकरण के विकास को रेखांकित कीजिये.    60

3. (क) वैदिक देवताओं की अवधारणा का मूल्यांकन कीजिए.    30
(ख) जैन धर्म दर्शन के महत्व तथा उसकी मानवता के संदर्भ में प्रासंगिकता का मूल्यांकन कीजिए.        30

4. (क) प्राचीन भारतीय इतिहास के विकास में लौह तकनीक के प्रारम्भ का मूल्यांकन कीजिए.    20
(ख) प्राचीन भारतीय साहित्य तथा अभिलेखों में वर्णित भूमि के विभिन्न प्रकार तथा कृषि विज्ञान की विवेचना कीजिए.    20
(ग) एलोरा की विभिन्न सांस्कृतिक धाराओं के विलक्षण केन्द्र के रूप में समीक्षा कीजिए.    20

खण्ड 'ख'
5. निम्नलिखित पर 200 शब्दों से अधिक न लिखते हुए टिप्पणी कीजिए :    20x3=60
(क) दिल्ली सल्तनत के प्रसार तथा सुद्रढीकरण में इल्तुतमिश के योगदान की समीक्षा कीजिए.
(ख) अलाउद्दीन खिलजी के कृषि तथा आर्थिक सुधारों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए. उनसे सल्तनत किस प्रकार से सुद्रढ़ हुयी.
(ग) भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण श्रोत के रूप में इब्न बतूता के रेहला के विषय में आपका क्या मूल्यांकन है?

6. गुप्त काल से 1200 सी.ई. तक के विभिन्न प्रकार के दान शासनों से तत्कालीन समाजार्थिक परिस्थितियों का मूल्यांकन कीजिए.    60

7. (क) मुग़ल चित्रकला समकालीन सामाजिक-राजनैतिक परिस्थितियों को दर्शाती है.-विवेचना कीजिए.    30
(ख) अकबर के मनसब तथा जागीर प्रथा तथा अठारहवीं शताब्दी में उनकी विफलता का मूल्यांकन कीजिए.    30

8. (क) अठारहवीं शताब्दी में दकन के विशिष्ट संदर्भ में, क्षेत्रीय राज्यों के उदभव तथा विकास के कारणों की विवेचना कीजिए.        30
(ख) भारतीय संस्कृति के भारत के बाहर प्रसार में चोलों के योगदान का मूल्यांकन कीजिए.    30

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा 2011 के इतिहास का द्वितीय प्रश्न-पत्र


इतिहास
प्रश्न-पत्र II
समय : तीन घण्टे         पूर्णांक : 300
अनुदेश-प्रत्येक प्रश्न हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में छपा है.
प्रश्नों के उत्तर उसी माध्यम में लिखे जाने चाहिए. जिसका उल्लेख आपके प्रवेश-पत्र में किया गया है, और इस माध्यम का स्पष्ट उल्लेख उत्तर-पुस्तक के मुख-पृष्ठ पर अंकित निर्दिष्ट स्थान पर किया जाना चाहिए. प्रवेश-पत्र पर उल्लिखित माध्यम के अतिरिक्त अन्य किसी माध्यम में लिखे गए उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेंगे.
प्रश्न संख्या 1 और 5 अनिवार्य हैं. बाकी प्रश्नों में से प्रत्येक खण्ड से कम-से-कम एक प्रश्न चुनकर किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए.
प्रत्येक प्रश्न के लिए नियत अंक प्रश्न के अन्त में दिए गए हैं.
खण्ड ख
(आधुनिक भारत)
1. निम्नलिखित कथनों का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए, जो प्रत्येक लगभग 200 शब्दों में हो :    20x3=60
(क) "ब्रिटेन को निधियों के एकपक्षीय अंतरण करने की आवश्यकता एक अपरिवर्ती कारक था, और तथ्य तो यह है कि यह कारक समय गुजरने के साथ-साथ आरोही रूप से बढ़ता चला गया."
(ख) "युवा बंगाल ने धर्म और दर्शन के तल पर न के बराबर सुस्पष्ट या स्थायी छाप छोड़ी थी."
(ग) "कांग्रेस के भीतर वामपंथी समूह के निर्गमन ने उसके सामाजिक और आर्थिक कार्यक्रम को अतिवादी बना दिया था."

2. (क) "1833 के चार्टर ऐक्ट ने कंपनी के व्यापार परदा डाल दिया था और भारत में सरकार की एक नई संकल्पना का सूत्रपात किया था." तथ्यों को प्रस्तुत करते हुए इस कथन को पुष्ट कीजिए.     20
(ख) "प्राच्यता (ओरिएंटेलिज्म) ने औपनिवेशक राज्य की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए भूतकाल के ज्ञान का सृजन किया." विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए.   20
(ग) "उन्नीसवीं शताब्दी के भारत में देशी भाषा प्रेस ने न केवल समाचार-पत्रों के रूप में सेवा की थी, बल्कि इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण रूप से विचार-पत्रों के रूप में सेवा की थी." टिप्पणी कीजिए.    20

3. (क) "1857 में, विद्रोही सिपाहियों ने दिल्ली में एकत्र होने के लिए, एक उल्लेखनीय अभिकेंद्रीय प्रवृत्ति दर्शाई थी." क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्कों के द्वारा इसको परिपुष्ट कीजिए.    30
(ख) "भारत में कृषकों सहित किसी नही अन्य समुदाय के मुकाबले, जनजातियों ने अधिक अक्सर और कहीं अधिक प्रचंड रूप से विद्रोह किया था." विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए.        30

4. (क) "नेहरु के 'आधुनिक भारत का मंदिर' में न केवल इस्पात और बिजली संयंत्र, सिंचाई बाँध ही शामिल थे, बल्कि उसमें उच्च विद्वता की संस्थाएं भी शामिल थीं, विशेषकर वैज्ञानिक क्षेत्र की." विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए.        30
(ख) क्या आप इस बात से सहमत होंगें कि भारत का एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुसरण करने का प्रयास 1947-पश्चात् की राजनीति की एक विशिष्टता थी?    30
खण्ड ख
(विश्व इतिहास)

5. निम्नलिखित कथनों का समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए, जो प्रत्येक लगभग 200 शब्दों में हो :    20x3=60
(क) "हृदय की प्रेरणाओं पर मन के तर्क की अपेक्षा अधिक भरोसा किया जाना होता है."-रूसो.
(ख) "वर्साय की शान्ति में आरम्भ से ही नैतिक मान्यता का अभाव था."
(ग) "1989 में वर्लिन दीवार का विध्वंस यूरोप में सहयोग के नए विचारों को लेकर आया."

6. (क) "चार्टरवाद की जड़ें आंशिक रूप से राजनीतिक और आंशिक रूप से आर्थिक हैं." इसको विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए.     20
(ख) "जो भी औद्योगिक क्रांति की बात करता है, वह कपास की ही बात करता है." टिप्पणी कीजिए.   20
(ग) "1914 तक पहुँचते-पहुँचते, यूरोप का रोगग्रस्त व्यक्ति केवल तुर्की नहीं रह गया था : वह तो स्वयं यूरोप ही था." स्पष्ट कीजिए.    20

7. (क) समझाइए कि फिलीपीन्स में अमरीकी साम्राज्यवाद, इंडोनेशिया और इंडो-चाइना में यूरोपीय साम्राज्यवाद से किन बातों में भिन्न था.        30
(ख) तुष्टीकरण की नीति ने नाज़ी विवर्धन की समस्या को किस प्रकार से बढ़ा दिया था?    30

8. (क) क्या आप यह तर्क देंगें कि निर्गुट आंदोलन ने शान्ति में वातावरण की प्रोन्नति में एक निर्णायक भूमिका अदा की थी ?
(ख) पूर्वी यूरोप में सोवियत साम्राज्य के विध्वंस के पश्चात, यूरोपीय एकता के प्रस्तावकों के समक्ष आ खड़ी होने वाली चुनौतियों का परीक्षण कीजिए.    30

Sunday, September 9, 2012

जिज्ञासा(JIGYASA) : मार्कण्डेय पुराण

जिज्ञासा(JIGYASA) : मार्कण्डेय पुराण: मार्कण्डेय पुराण दुर्गा चरित्र एवं दुर्गा सप्तशती के वर्णन के लिए प्रसिद्ध है। इसे शाक्त सम्प्रदाय का पुराण कहा जाता है. आयुर्वेद के सिद्धा...

Saturday, September 8, 2012

जिज्ञासा(JIGYASA) : शिव मूल रूप से एक आदिवासी देवता थे...

जिज्ञासा(JIGYASA) : शिव मूल रूप से एक आदिवासी देवता थे...: हिंदुओं के देव भगवान शिव भी मूल रूप से एक आदिवासी देवता थे लेकिन आर्यों ने भी उन्हें देवता के रूप मे स्वीकार कर लिया.रामायण के रचयिता महर्षि...

Friday, September 7, 2012

जिज्ञासा(JIGYASA) : 'बाघा जतीन'

जिज्ञासा(JIGYASA) : 'बाघा जतीन': जतीन्द्रनाथ मुखर्जी के बचपन का नाम 'जतीन्द्रनाथ मुखोपाध्याय' था। अपनी बहादुरी से एक बाघ को मार देने के कारण ये 'बाघा जतीन' के नाम से भी प्र...

जिज्ञासा(JIGYASA) : 'सुधारक' को गोखले ने अपनी लड़ाई का माध्यम बनाया.

जिज्ञासा(JIGYASA) : 'सुधारक' को गोखले ने अपनी लड़ाई का माध्यम बनाया.: 'सुधारक' को गोखले ने अपनी लड़ाई का माध्यम बनाया. 'सर्वेन्ट ऑफ़ सोसायटी' की स्थापना गोखले द्वारा किया गया महत्त्वपूर्ण कार्य था. उनका मानना थ...